Railway News: भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। अब रेल यात्री बिना किसी अतिरिक्त शुल्क दिए अपने कंफर्म टिकट की तारीख बदल सकेंगे। इस नए नियम के लागू होने के बाद यात्रियों को यात्रा योजना में बदलाव के लिए टिकट रद्द कराने और नई टिकट बुक करने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा। रेलवे के अनुसार यह सुविधा जनवरी से शुरू की जाएगी और इसका मकसद यात्रियों को अधिक लचीलापन और सुविधा प्रदान करना है।
बिना शुल्क के बदल सकेंगे टिकट की तारीख
रेलवे के नए नियमों के तहत अब यदि किसी यात्री की यात्रा योजना अचानक बदल जाती है, तो उसे पहले की तरह टिकट कैंसिल करने और नई टिकट बुक करने की आवश्यकता नहीं होगी। अब यात्री उसी टिकट की तारीख में बदलाव कर सकेंगे। इससे उन्हें नई टिकट के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा और पहले से बुक किए गए टिकट का लाभ भी नहीं खोएंगे। यह सुविधा खास तौर पर उन यात्रियों के लिए उपयोगी होगी जो बार-बार यात्रा की तारीख में बदलाव करते हैं।
यात्रियों को मिलेगा राहत भरा विकल्प
अक्सर देखा गया है कि अचानक काम आने या यात्रा की योजना टल जाने पर यात्रियों को टिकट कैंसिल करनी पड़ती है, जिससे कैंसिलेशन चार्ज के रूप में अतिरिक्त राशि कट जाती है। इसके अलावा नई तारीख की टिकट मिलना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन अब यह परेशानी खत्म होगी क्योंकि नई सुविधा के तहत रेलवे टिकट की तारीख में ऑनलाइन बदलाव की सुविधा देगा। इससे यात्रियों को आर्थिक नुकसान और असुविधा दोनों से राहत मिलेगी।
जनवरी से लागू होंगे नए नियम
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह सुविधा जनवरी से लागू की जाएगी। इसके बाद यात्री अपनी कंफर्म ट्रेन टिकट में यात्रा की तिथि को ऑनलाइन बदल सकेंगे। यह बदलाव पूरी तरह डिजिटल होगा और इसके लिए स्टेशन पर जाने की जरूरत नहीं होगी। मौजूदा नियमों के तहत यात्रियों को यात्रा की तारीख बदलने के लिए टिकट कैंसिल करनी पड़ती है, जिस पर अलग से शुल्क लगता है। वहीं नई टिकट बुक करते समय सीट की उपलब्धता भी एक चुनौती बन जाती है।
कंफर्म टिकट की गारंटी नहीं होगी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्पष्ट किया है कि नए नियम में कंफर्म टिकट की कोई गारंटी नहीं होगी। यह पूरी तरह रेलवे में सीट की उपलब्धता पर निर्भर करेगा। यदि नई तारीख में सीटें उपलब्ध होंगी, तो यात्री को कंफर्म टिकट मिल जाएगी। हालांकि अगर नई टिकट का किराया पहले से ज्यादा है, तो यात्रियों को केवल किराए का अंतर भरना होगा। इससे यात्रियों को सुविधा तो मिलेगी लेकिन सीट की उपलब्धता का ध्यान रखना जरूरी होगा।
यात्रियों के लिए बड़ा फायदा
इस नई सुविधा का सबसे बड़ा लाभ उन यात्रियों को मिलेगा जो अक्सर यात्रा की तारीखों में बदलाव करते हैं या किसी कारणवश अंतिम समय पर यात्रा स्थगित करनी पड़ती है। अब उन्हें रद्द करने का झंझट नहीं झेलना पड़ेगा और वे आसानी से उसी टिकट को आगे की तारीख में उपयोग कर पाएंगे। रेलवे के अनुसार, इस कदम से टिकट बुकिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक बनेगी।
मौजूदा टिकट कैंसिलेशन पॉलिसी क्या कहती है
वर्तमान में रेलवे के नियमों के अनुसार यदि कोई यात्री ट्रेन के प्रस्थान से 48 से 12 घंटे पहले टिकट कैंसिल करता है, तो किराए का 25 प्रतिशत हिस्सा काटा जाता है। वहीं ट्रेन के चलने से 12 से 4 घंटे पहले टिकट रद्द करने पर यह शुल्क और बढ़ जाता है। यदि रिजर्वेशन चार्ट बनने के बाद टिकट कैंसिल की जाती है, तो कोई धनवापसी नहीं होती। ऐसे में नया नियम यात्रियों के लिए काफी राहत लेकर आएगा।
नई नीति से यात्रियों को क्या फायदा होगा
रेलवे की यह नई नीति यात्रियों को अधिक लचीलापन और सुविधा देने के उद्देश्य से बनाई गई है। अब वे किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति में टिकट कैंसिल करने की बजाय सिर्फ यात्रा की तारीख बदल पाएंगे। इससे उनकी यात्रा की योजना बनाना आसान होगा और उन्हें अनावश्यक शुल्क नहीं देना पड़ेगा। विशेषज्ञों के अनुसार यह बदलाव रेलवे की डिजिटल सेवाओं को और मजबूत बनाएगा और यात्री अनुभव को बेहतर करेगा।
